सन 1945 एक ऐसा साल जब दुनिया ने पहली बार किसी मानव निर्मित सस्त्र द्वारा की गयी भीषण तबाही देखी और वो थी america द्वारा जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहर पे किया गया परमाणु बम का इश्तेमाल ,
आप में से शायद बहुत से लोग ऐसे भी है जिनको नही पता होगा की america द्वारा गिराए गये बम से जापान में कितनी प्रचंड तबाही हुई थी , तो आज के अपने इस पोस्ट में मै आप सब को बताऊंगा की वाश्तव में हुआ क्या था उन दोनों बम के धमाको के बाद ,
पहला बम जो हिरोशिमा पर गिराया गया था उसका नाम LIttle Boy था जिसका वजन था लगभग 4000 kg और लम्बाई थी 10 फीट जिसमे जो रेडियोएक्टिव पदार्थ इश्तेमाल किया गया था वो था युरेनियम और बम में युरेनियम की मात्रा थी 65 kg.
हिरोशिमा में बम गिराने के लिए america ने जिस जहाज का इश्तेमाल किआ था उसका नाम ENLOGAY था और उसमे साइनाइड की 12 गोलियां रक्खी थी वो इसलिए क्यूंकि अगर गलती से मिशन fail हो जाये तो जहाज के क्रू जहर को खाकर आत्म हत्या कर लें |
वही नागासाकी में जो बम गिराया गया था उसको गिराने में जो जहाज इश्तेमाल किआ गया था उसका नाम था बक्स्कार |
आप में से शायद बहुत से लोग ऐसे भी है जिनको नही पता होगा की america द्वारा गिराए गये बम से जापान में कितनी प्रचंड तबाही हुई थी , तो आज के अपने इस पोस्ट में मै आप सब को बताऊंगा की वाश्तव में हुआ क्या था उन दोनों बम के धमाको के बाद ,
जिनमे से पहला उसने 6 अगस्त 1945 को 8:15 मिनट पर हिरोशिमा पे गिराया था और दूसरा बम उसने 9 अगस्त 1945 को नागासाकी पे गिराया था |
और ये जो परमाणु बम गिराने का निर्णय था वो अमेरिकी रक्षा मंत्रालय द्वारा गिराने के मात्र 1 घंटे पहले लिया गया था |
पहला बम जो हिरोशिमा पर गिराया गया था उसका नाम LIttle Boy था जिसका वजन था लगभग 4000 kg और लम्बाई थी 10 फीट जिसमे जो रेडियोएक्टिव पदार्थ इश्तेमाल किया गया था वो था युरेनियम और बम में युरेनियम की मात्रा थी 65 kg.
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लेकिन जो विष्फोट हुआ था वो सिर्फ 0.10 ग्राम युरेनियम की वजह से हुआ था |
वही जो दूसरा बम नागासाकी पे गिरा था उसका नाम था
fatman और उसका वजन था लगभग 45 किलो और उसकी लम्बाई थी लगभग 11.5 ft और उसमे जो रेडियोएक्टिव पदार्थ इश्तेमाल किया गया था वो था प्लूटोनियम जो की युरेनियम से ज्यादा खतरनाक था |
fatman और उसका वजन था लगभग 45 किलो और उसकी लम्बाई थी लगभग 11.5 ft और उसमे जो रेडियोएक्टिव पदार्थ इश्तेमाल किया गया था वो था प्लूटोनियम जो की युरेनियम से ज्यादा खतरनाक था |
america नागासाकी पर बम नही गिरना चाहता था america का निशाना था जापान का कोकुरा सहर पर मौषम साफ़ न होने की वजह से america ने नागासाकी पे ही बम गिरा दिया |
हिरोशिमा में बम गिराने के लिए america ने जिस जहाज का इश्तेमाल किआ था उसका नाम ENLOGAY था और उसमे साइनाइड की 12 गोलियां रक्खी थी वो इसलिए क्यूंकि अगर गलती से मिशन fail हो जाये तो जहाज के क्रू जहर को खाकर आत्म हत्या कर लें |
वही नागासाकी में जो बम गिराया गया था उसको गिराने में जो जहाज इश्तेमाल किआ गया था उसका नाम था बक्स्कार |
- इन दोनों हमलों में लगभग 2,50,000 लोग मारे गये थे जिसमे से लगभग 1,00,000 लोग तो तुर्रंत धमाके के साथ मारे गये थे ,
- और हिरोशिमा में जहाँ बम फटा था तो फटने वाली जगह का तापमान लगभग 3,00,000 डिग्री सेल्सिअस था , और जमीनी तापमान लगभग 4000 डिग्री सेल्सिअस था |
- जिस समय बम विष्फोट हुआ उसके बाद वहां पर 1000 km/hr की रफ़्तार वाली गर्म हवा की हवा चली |
- और वो जगह जहाँ पे विष्फोट हुआ वहां पर लगभग 10 वर्ग किलोमीटर में विशालकाए गड्ढा बन गया था और 500 मीटर तक 19 टन/इंच^2 का भयानक प्रेसर बना जो किसी भी विशालकाए ईमारत को तिनके की तरह उड़ाने के लिए काफी था |
- और इसी हमले के 6 दिन बाद जापान के राजा हिरोहितो ने america के सामने अत्म्सपर्पण कर दिया था |
Bauth bura huaa japan ke sath
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